Afreen Afreen| Rahat Fateh Ali Khan & Momina Mustehsan – Rahat Fateh Ali Khan & Momina Mustehsan Lyrics
Singer | Rahat Fateh Ali Khan & Momina Mustehsan |
[Verse 1: Rahat Fateh Ali Khan]
ऐसा देखा नहीं खूबसूरत कोई
जिस्म जैसे अजंता की मूरत कोई
जिस्म जैसे निगाहों पे जादू कोई
जिस्म नगमा कोई
जिस्म खुशबू कोई
जिस्म जैसे मेहक्ती हुई चांदनी
जिस्म जैसे मचलती हुई रागिनी
जिस्म जैसे कि खिलता हुआ एक चमन
जिस्म जैसे कि सूरज की पहली किरण
जिस्म तर्शा हुआ दिलकश ओ दिलनिशिं
संदलिं संदलिं
मरमरिं मरमरिं
[Chorus: Rahat Fateh Ali Khan]
हुस्न-ए जाना कि तारीफ मुमकिन नहीं
हुस्न-ए जाना कि तारीफ मुमकिन नहीं
अफरीन अफरीन
अफरीन अफरीन
तु भी देखे अगर तो कहे हम-निशिं
अफरीन अफरीन
अफरीन अफरीन
हुस्न-ए जाना कि तारीफ मुमकिन नहीं
हुस्न-ए जाना कि तारीफ मुमकिन नहीं
[Verse 2: Momina Mustehsan]
जाने कैसे बांधी तूने अखियों की डोर
मन मेरा खींचा चला आया तेरी ओर
मेरे चेहरे की सुबह जुल्फों की शाम
मेरा सब कुछ है पिया
अब से तेरे नाम
नज़रों ने तेरी छुआ
तो है ये जादू हुआ
होने लगी हूं में हसीन
अफरीन अफरीन अफरीन
अफरीन अफरीन अफरीन
अफरीन अफरीन अफरीन
अफरीन अफरीन अफरीन
[Verse 3: Rahat Fateh Ali Khan]
चेहरा एक फूल की तरह शादाब है
चेहरा उसका है या कोई मेहताब है
चेहरा जैसे ग़ज़ल, चेहरा जान-ए ग़ज़ल
चेहरा जैसे काली, चेहरा जैस कंवल
चेहरा जैसे तसव्वुर भी, तस्वीर भी
चेहरा एक ख़्वाब भी, चेहरा ताबीर भी
चेहरा कोई अलिफ लेलवी दास्तां
चेहरा एक यकीं, चेहरा एक पल गुमां
चेहरा जैसे की चेहरा कहीं भी नहीं
माहरू माहरु, मेहजबीं मेहजबीं
[Chorus: Rahat Fateh Ali Khan]
हुस्न-ए जाना कि तारीफ मुमकिन नहीं
हुस्न-ए जाना कि तारीफ मुमकिन नहीं
अफरीन अफरीन
अफरीन अफरीन
तु भी देखे अगर तो कहे हम-निशिं
अफरीन अफरीन
अफरीन अफरीन
हुस्न-ए जाना कि तारीफ मुमकिन नहीं
[Outro]
अफरीन अफरीन अफरीन
अफरीन अफरीन अफरीन
अफरीन अफरीन अफरीन
अफरीन अफरीन अफरीन
अफरीन अफरीन अफरीन
अफरीन अफरीन अफरीन
अफरीन अफरीन अफरीन
अफरीन अफरीन अफरीन